एजेंट के पास ही मथियाझांगन का पासपोर्ट था और कुछ दिन बाद एजेंट लापता हो गया. इसके बाद उसे भारत में अपने परिवार के भरण पोषण के लिए यूएई में अवैध रूप से रहना पड़ा और अंशकालिक नौकरी करनी पड़ी. खबर के अनुसार तमिलनाडु के रहने वाले इस व्यक्ति ने कोविड-19 महामारी के दौरान घर लौटने के लिए दो सामाजिक कार्यकर्ताओं से मदद मांगी.
source https://zeenews.india.com/hindi/india/indian-citizen-trapped-in-uae-after-20-years-will-return-to-his-country-went-abroad-for-a-job/753203
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